मेरी पुस्तक शीतला माता
सन् १८०२ में इंग्लंड के श्री जेनर ने चेचक के लिए वैक्सीनेशन खोजा। यह गाय पर आए चेचक के दानोंसे बनाया जाता। लेकिन इससे दो सौ वर्ष पहले से भारत में बच्चों पर आए चेचक के दानोंसे वैक्सीन बनाकर दूसरे बच्चों का बचाव करने की विधी थी। इस बाबत दसेक वर्ष पहले विस्तार से खोजबीन और लेखन किया है इंग्लंड के श्री आरनॉल्ड ने। उसी की यह संक्षिप्त प्रस्तुति है।
Colonizing the Body: State Medicine and Epidemic Disease in Nineteenth-Century India Authored by David Arnold. Reviewed by N. S. Deodhar and Leena Mehendale.
Journal of Public Health Policy Vol. 18: 372.
इसे आप यों पढ सकते हैं
http://www.geocities.com/sheetala_mata_18_centuary/index.html
यापृष्ठ 1 व 2
पृष्ठ 3 व 4
पृष्ठ 5 व 6
पृष्ठ 7 व 8
पृष्ठ 9 व 10
पृष्ठ 11 व 12
पृष्ठ 13 व 14
या eng. book review
http://www.geocities.com/sheetala_mata_18_centuary/review_text_eng.doc
Friday, March 30, 2007
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment